अपनी आंखों में भर कर ले जाने हैं
मुझको उसके आंसू काम में लाने है
देखो हम कोई वेहसी नहीं, दीवाने हैं
तुमसे बटन खुलवाने नहीं लगवाने है
हम तुम एक दूजे की सीढ़ी है जाना
बाकी दुनिया तो सांपों के खाने हैं
पाक़ीज़ा चीजों को पाक़ीज़ा लिखो
मत लिखो उसकी आंखें मयखाने हैं
© Varun Anand-
14 MAY 2020 AT 10:03
14 MAY 2020 AT 10:13
तेरे पीछे होगी दुनिया, पागल बन
क्या बोला मैंने कुछ समझा?.. पागल बन
देखें तुझको लोग तो पागल हो जाएँ
इतना उम्दा इतना आला पागल बन
© Varun Anand-
24 JUN 2021 AT 5:56
जहाँ सुबह हो पक्षियों का मेला
जहाँ पे कोई न हो अकेला
जहाँ आसमा साफ़ है दिखते
जहाँ हरतरफ शिव है बसते
जहाँ चारो और हरयाली है छाई
जहाँ झूमते हर नर और नारी
जहाँ कोई विपदा टिक न पायी
जहाँ हर बृक्ष है सुंदर पक्षियों का डेरा
वही गाँव है मेरा बसेरा |-
10 MAY 2022 AT 21:25
मोहब्बत का जनाजा कैसे उठा
ये हमसे पुछो जनाब
उन्होनें तो बस ,एक "ना"
कहा था ❤️🩹-
22 JAN 2020 AT 20:48
चाँद, सितारे, फूल, परिन्दें, शाम, सवेरा एक तरफ,
सारी दुनिया उसका चरबा, उसका चेहरा एक तरफ ❤️-