इन होंठों से कुछ काम लिजीए
इनसे हमारा नाम लिजीए
बस इन पर जिक्र होना चाहिए हमारा
चाहे तारीफ किजिए चाहे,
बदनाम किजिए.. !!-
11 SEP 2021 AT 14:08
12 JAN 2020 AT 0:32
गलतियाँ भी होंगी और यहाँ गलत समझा भी जाएगा,
जीवन है तारीफे भी होंगी और कभी कोसा भी जाएगा।-
18 APR 2017 AT 17:37
शब्द हैं हज़ार पर उसकी तारीफ़ ही मुमकिन नहीं,
माना कवि हूँ पर इतना काबिल मैं नहीं...-
23 FEB 2020 AT 20:56
Aapki mai tarrif kru ...
itni meri shayri k bss ki nhi..
aap jaisa khubsurat koi is kaynat me nhi...❤-