आ जाए जितनी मुश्किलें आनी है,
पर हमें दबा ना सकेंगी
हम कमजोरियों को ताकत बना लेंगे,
यह हमें हरा ना सकेंगी
हम कमियों को तोड़कर हथियार बना लेंगे,
यह हमें गिरा ना सकेंगी
आ जाने दो कितनी कठिनाई आनी है,
हम साहस का परिचय दे देंगे
यह हमें भटका ना सकेंगी
ले ले जितनी परीक्षा लेनी है खुदा को हमारी,
हम अंक अच्छे लाकर दिखा देंगे
यह हमें छू भी ना सकेगी
आज जाने दो असफलताओं की उठती लहरों को,
हम हौसलों को पतवार बना लेंगे
यह में डूबा ना सकेंगी
-