Imtihaan mohabbat ka ho
Ya jindagi ka
Khudgarz banne se
Mukaam haasil nahi hua karte
Or jo ishq m pahan hojaye
Wo aashiq kabhi haara nahi karte-
10 JUL 2020 AT 19:44
11 JUL 2020 AT 0:48
टूटे दिल से पाया भी
तो क्या पाया,
मेरे साथ बिताये हुए
तेरे पल,
अब तो तेरे
एहसान लगते हैं !-
24 JAN 2021 AT 14:27
अपनी तकदीर ख़ुद ही लिखनी होगी,
ये कोई चिट्ठी नहीं...
जो दूसरों से लिखवा लोगे।
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11 JUL 2020 AT 0:36
वक़्त ही तो है,
जिसने जज़्बात बदल दिए,
नहीं तो,
दिल तोड़ने का हुनर तो,
सभी के पास होता है-
10 JUL 2020 AT 19:56
Rishte mohabbat k ho ya ibadat k
Wo hamesa darpan ki tarah saaf hote h.-
14 MAY 2022 AT 8:48
मेरे घरवालों से
मेरे अंदा़ज नहीं मिलते ,
खून मिलता है
ख्यालात नहीं मिलते ।
Shivani_verma_231💔-