नवरात्रि के पावन पर्व की बहुत-बहुत बधाई।
जगत जननी मां जगदंबा
आप सभी के जीवन में सुख,
शांति और समृद्धि का संचार करें।
🙏 जय माता दी 🙏
सौजन्य :- राहुल खरे-
Maiya tera roop hai kitna pyara...
Andhkarmay jivan me bhar deti hai tu ujala...
Coronavirus ka maiya tum kar do na naash...
Mata ham sabko hai, Tum per purn Vishwas...
Tu hi maa ant hai, tu hi prarambh hai,
Tu hi is Srishti ka aarambh hai...
Tu hi hai Sherawali Mata, Tuhi hai kasht nivarani Mata...
Tu hi hai Ambe tu hai Jagdambe tu hi hai Sherawali...
Tere dware per aakar, koi Na jata khali...
Mata Sherawali Mata Sherawali...-
कुछ ना चढ़ाओं नवरात्र में माँ की थाली में
पर याद रहें माँ शब्द ना चढ़े किसी भी गाली में-
सुना है कल मां आ रही है
किवाड़ खोल कर रखना
माला माल करने आ रही है
इन सब बातों में न आऊंगा मां
तू तो घर मेरे बैठी है
आशीर्वाद से तेरे
आंगन मेरा सदा महकता रहता है
मां तेरे चरणों में मेरा संसार बसा करता है
तेरे आंचल के साए में ही
मेरा दिन रात बसर हुआ करता है
जय माता दी बोल कर ही
मेरा सूर्य उदय हुआ करता है
फिर कैसे कह दूं मां कल आ रही है-
या देवी सर्वभूतेषु शैलपुत्री रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमस्तस्यै नमो नम:।
May Maa Shailputri
bless you with
all her blessings.
Jai maa durga! ✨🌸-
नवरात्र में वो लोग माँ की किस मुँह से पूजा करते हैं
जो नवरात्र को छोड़ कर माँ को हर दिन कलंकित करते हैं-
सुरासंपूर्णकलशं रुधिराप्लुतमेव च।
दधाना हस्तपद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु मे॥
वन्दे वांछित कामार्थे चन्द्रार्धकृतशेखराम्।
सिंहरूढ़ा अष्टभुजा कूष्माण्डा यशस्विनीम्॥-
धूम धाम से हम घर लाते हैं
जब माँ शेरावाली के दिन आते हैं
मन में कितनी होती मुरादें
माता रानी से हम सब कह जाते हैं
हारते देख सब कुछ अपना
माँ जोता वाली से आशा भरी नयनों से
मन में जोत की आश जगाते हैं
माता रानी का जगराता ज्यों ही आते हैं
भक्तिमय में सब सराबोर नज़र
आते हैं...
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दुर्गा दुर्गार्तिशमनी माँ जगदम्बिके,
दुर्गा दुर्गार्तिशमनी माँ जगदम्बिके।
त्राहि त्राहि मची है जग में अम्बिके,
विश्व रहा पुकार तुझे जगदम्बिके,
दुर्गा दुर्गार्तिशमनी माँ जगदम्बिके।
सिंह पर सवार होआ माँ अम्बिके,
घड़ी विकट आई है,माँ जगदम्बिके,
दुर्गा दुर्गार्तिशमनी माँ जगदम्बिके।
इस आपदा से उबारो हमे जगदम्बिके,
सहारा सिर्फ तुम्हारा ही माँ अम्बिक,
दुर्गा दुर्गार्तिशमनी माँ जगदम्बिके।
कृपा दृष्टि बनाओ हमपर अम्बिके,
पुकारे तेरे भक्त तुझे जगदम्बिके,
दुर्गा दुर्गार्तिशमनी माँ जगदम्बिके।
सर पर रखदो हाथ हमारे अम्बिके,
धारण करो माँ रूप तुम्हारा चण्डिके,
दुर्गा दुर्गार्तिशमनी माँ जगदम्बिके।
युवराज करे अरदास तुमसे अम्बिके,
अविलंब आओ माँ जगदम्बिके,
युवराज करे अरदास तुमसे अम्बिके।
अविलंब आओ माँ जगदम्बिके,
दुर्गा दुर्गार्तिशमनी माँ जगदम्बिके,
दुर्गा दुर्गार्तिशमनी माँ जगदम्बिके।-