Samiksha Chaudhary 15 SEP 2019 AT 20:22 हर काश में एक दुआ है कबूल ना हो तो धुत्कारता है उसे और हासिल हो तो इसमें उसी की रज़ा है. - Priyanka Saha 28 JUN 2017 AT 12:44 कितने स्वार्थी हैं हम,अपने टूटे ख्वाब के लिए,टूटे हुए तारों के आगे भी,हाथ फैलाए हुए हैं हम। -