जो मुझे मेरी सूरत से समझने की कोशिश करता है
उसे ना कभी मेरी असली "सूरत" पता चलती है ना ही "सीरत"..-
seerat ka to pata nahi
par teri is surat pe na mare aisi zurrat hamari kahan-
जनाब यहां लोग सीरत से नहीं, सूरत से मोहब्बत करते हैं
अब बताइए जरा हम सूरत को सँवारे या सीरत को...??-
अच्छाइयाँ भी दिखेंगी,
सूरत में भी सीरत में भी...
नुक़्स निकालने वाले तो निकाल ही लेते हैं,
इंसानों में भी मूरत में भी...-
जिसे क़द्र न हो, उससे क्या गिला शिकवा करना,
सीरत में हो खोट तो आईने का रुख़ क्या करना।-
اگر مرد سیرتوں کو ترجیح دینا شروع کردیں تو عورت صورت کو چھوڑ کر سیرت سنوارنے میں کوئی کسر نہ چھوڑے گی...
افسوس آج ہم سیرت شادی کے پندرہ سال بعد تلاش کرتے ہیں جب صورت اتر چکی ہوتی ہے
دین دار عورت کو ترجیح نہیں دیتے
فیشنی عورتوں سے مطالبہ حیا کا کرتے ہیں
ویسے کمال کرتے ہیں ہم
سوچ بدلنا ہوگی
ورنہ مسلم معاشرہ تباہی کی طرف تیزی سے جا رہاہے۔۔
🥀✨Mdwrites۔۔۔۔✍️🥀
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क्या करोगी सोनी अच्छी सीरत का
छोड़कर चले जाएँगे एक दिन सब
क्योंकि न तेरे पास दौलत है ना सूरत-
सीरत से जो हुआ है इश्क सूरत का क्या करें हम
मन में बना बैठे तेरी इस मूरत का क्या करें हम
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अपने हर ज़िक्र में मेरे लिए वो फ़िक्र किया करती है,
मुझसे मेरा सुखः- दुःख वो बाट लिया करती है,
मेरी मुस्कुराहट देख वो संतुष्ट हो जाया करती है,
बचपन में पकड़ा था उसका हाथ पर हर पल वो साथ मेरा दिया करती है,
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वो माँ है मेरी,
जिसकी सीरत मेरी सूरत में अक्सर झलक जाया करती है..!!-