आमची राजकुमारी तू...
आणि
आमचा राजकुमार तू...
जगण्याच्या प्रत्येक क्षणांचा
आधार तुम्ही..
हृदयाच्या प्रत्येक ठोक्याचा
आवाज तुम्ही...
मातृत्व आणि पितृत्वाची तुम्ही
पूर्ण केलीत आमची इच्छा...
रेयांश आणि अविशा तुम्हाला
वाढदिवसाच्या खूप गोड गोड
शुभेच्छा...
😘❤️😘❤️-
अब तो जिन्दगी का हर लम्हा सूना सा लगता है,
यादों का पिटारा जो बनाया था ना जाने क्यूँ खाली लगता है,
अभी तक साथ थे तब तक सब ठीक था,
तेरे यूँ अचानक दूर जाने के ख्याल भर से ही डर लगता है!-
वो तो सोचता भी नही मुझे सताने से पहले
बहोत रुलाया है उस शख्स ने जाने से पहले
वक़्त बे वक़्त वो सपनो में आ जाता है मेरे
उससे कहो इजाज़त ले आइंदा आने से पहले
वो इस बात से अंजान है उसे क्या पता
मैं बोहोत रूठा भी हूँ उसे मनाने से पहले
इश्क़ की जंग के बीच दिल अब ये आ भी गया तो
मैं दिल की धड़कने रोक लूँगा उसे हराने से पहले-
kaise Ye lamba safar pura ho gya...!
Wo kora kagaz rhi mai bura ho gya.. !-
पास न होते हुए भी
साथ उसका निभाना अच्छा लगता है
यूँ तो अपना हाल वो बंया करते ही हैं
पर यादों में भी उनकी खैरियत का पता लगाना अच्छा लगता है-
मैं हर बात पर गलत और वो हर बात पर सही क्यों है
अगर ये बात सही है तो ये सही क्यों है
बोहोत चाहने वाले मिलेंगे मैं तो तुम्हारे लायक भी नही
मुझे तो शक होता है तुम पूछकर बताओ👆ये बात उसने कही क्यो है-
मेरी बातों का कुछ तो जवाब दो,
माफ किया या अभी नाराज हो !!
-Shubhsri
©anusrii
©anubhav_say-
हो जाए अन्जाने में अगर कोई गलती तो माफ करना,
तेरी मुस्कान देखने के लिए अगर मेरा दिल भी टूटे तो नजर अंदाज करना !!
-Shubhsri
ANUBHAV SRIVASTAVA
©anubhav_say-
कई बरसों से न चांद खिला न चांद का दीदार हुआ,
देखे तो मन भरता नही और बिना देखे चैन पड़ता नही, क्या बताऊँ यारो क्या हाल है,
मेरा तो जीना दुश्वार हुआ-
हर सुबह उनसे मिलने की चाहत में चेहरा खिल जाता है, पर शाम ढलते ही दिन इन्तजार में निकल जाता है !
-Shubh Sri
-anusrii
ANUBHAVSRIVASTAVA-