हुकूमत की अंधी लाठी को देख,
पिटते बच्चों की कद-काठी तो देख।
बहाने हुकुम के बासी तो देख,
सवालों पे आती खाँसी को देख।
तूफान से पहले की शांति को देख,
धूल से सनी ये क्रांति तो देख।
सड़क पर उतरी आँधी भी देख,
जलती मशाल गाँधी की देख।
गूँजते इंक़लाबी नारे को देख,
देशभक्ति के तराने भी देख।
भगत सिंह की लिखी इबारत तो देख,
सुभाष के विचारों की अमानत को देख।
इंसाफ़-बराबरी के वादे तो देख,
अनेकता में एकता इरादे को देख।
आज़ाद देश की विरासत तो देख,
उम्मीदों से भरे भारत को देख।-
And the world is ruled by
the "Assumptions" and
"Criticisms",
A "Revolution" is necessary
to fill the void and
fix the mess to evolve into
a country we dreamt of,
More "Secure" and more
"Safer"...!!!-
मुझे बताया गया था
प्रेम कुछ नहीं,
एक परिकल्पित अवधारणा है।
तुम्हें देखकर मैंने जाना
प्रेम प्रकृति का लावण्य है,
तुम्हारे हाथों के स्पर्श से
जन्मी ऊष्मा में,
लिखी मेरी कविताओं ने
जन्म दिया है क्रांति को,
जहां प्रेम का पर्याय हो तुम।
अब तुम्हारे बिना मेरी उपस्थिति
इस संसार के लिए अभिशाप है।-
परवरिश-ए-लौह-ओ-क़लम से आगाज़ करेंगे,
हुक्मरानों से आंख मिलाकर इंक़लाब करेंगे !!
پرورش لوح و قلم سے آغاز کریں گے..
حکمرانوں سے آنکھ ملا کر انقلاب کریں گے !!-
" I love you "
Make it a statement not a question.
The biggest revolution that present era needs.-
There are little drops of victory in
persistency and consistency.
IspeakLIFE🌿-
जब-जब तानाशाही आइन पर हावी होगी,
ज़ाहिर है फिर अवाम भी इंक़िलाबी होगी!
جب جب تانا شاہی آئین پر حاوی ہوگی..
ظاہر ہے پھر عوام بھی انقلابی ہوگی !!-