QUOTES ON #REALIZATIONS

#realizations quotes

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26 APR 2020 AT 20:43

जीवन,,
प्रेम को उपयुक्त
परिभाषा देने की
प्रक्रिया रहा..

और मन,,
इस प्रक्रिया में
प्रज्वलित
पवित्र अग्नि में
बारहा
झुलसा गया सोना...

मन उज्ज्वल है
किसी सिद्ध तपस्वी के
तेज आभामंडल की भाँति...

पर...
मन का,,,
कुंदन बनना
शेष है...


जीवन अभी..
शेष है।

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21 APR 2020 AT 20:31

-कमल-





(शब्दावरण में अनुभव
अनुशीर्षक में)

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12 MAY 2018 AT 8:28

I keep my pain green
Never letting them heal
'Coz they can teach me
What none could ever preach
Everytime I visit them
They've something new to reveal
All that's experienced
Pave way for enlightenment
Now the pain is all gone
Only the lessons remain...

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17 DEC 2019 AT 17:31

पुष्प प्रेम के,,,
सौंपे जाने चाहिए
केवल उन
दायित्ववान हाथों में
जो सहेज सकें
इनकी कोमलता को
आजन्म... और
विदा से पूर्व
खड़ी कर सकें
एक ऐसी सभ्यता
जिसे प्राप्त हो
उन्हीं की भाँति,,,
प्रेम को सुरक्षा देने की
कला में
महारत....

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24 OCT 2019 AT 13:53

पसंद नहीं मुझे..
मेरे रंग पे,,
किसी और रंग का आधिपत्य...
स्वास रुद्ध होने लगता है
कुछ अंतराल पश्चात,, और मैं
हर सम्भव प्रयास कर
मुक्त हो जाती हूँ उस प्रभुत्व से ।
पर ये क्या कि
हर बार तुम्हारा प्रेम
पिछली बार से अधिक
गहरे और गाढ़े रंग का लेप
मेरे मन पे
मल जाता है!! और मैं,
एवैं.. निर्द्वंद्व.. निःसंकोच..
जीने लगती हूँ
तुम्हें,,,,
,,,,,,,,
,,,,,,,,

फिर एक सदी तक।।

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19 JUL 2018 AT 16:12

है अपना देह बंदर और ये दिल क़लंदर,,
मत्थे दूसरे मढ़ूँ न थकूंँ मैं इल्ज़ाम समंदर ।।

फ़र्क ए ख़ुदाई न निभाता बन जाता पैग़म्बर!!

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1 JAN 2020 AT 16:12

This New Year I have set myself up to take all the flak from people and not respond at all and let their own bad times give them their dues.

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22 DEC 2017 AT 10:08

Staying within the comfort zone,
he kicked his mother bringing
tears of joy in her eyes...

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5 JAN 2019 AT 11:22

मैं मैली सी
किसी धूल जमीं तस्वीर की भांति...
न तलब मुझे किसी
कोमल स्पर्श की
जो पोंछ दे
अपनी मर्ज़ी से...
मुझ पर वर्षों से जमीं
शिकायतों की गाढ़ी परतें...
और टांग दे मुझे फिर किसी
सर्व दर्शनीय स्थल पर
अपने दिल के...
क्यूँ की
प्रेम है मुझे बेपनाह,,
मेरी स्वतंत्रता से.. जो
महफूज़ है ज़मानों से.. पोशीदा,,
गर्द ए इनायत तले...
...
और
...
..
स्वतंत्र रहना किसे
नापसंद!!

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12 APR 2018 AT 5:07

कल तक जो अपना भविष्य बनाने चले
आज वो अपना भविष्य को मिटाने लगे

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