BE BULLET . BE BOLD . BE A BADASS , BRILLIANCE WITNESSED EVER BEFORE . BE A WARRIOR BY CHOICE . BLEED WITH PRIDE EVEN IF YOU HAVE TO BLEED THROUGHOUT LIFE . ITS THE PAIN , THAT HOLDS YOUR STRENGTH .
नारी को जंजीरों में समाज ने कम.... उसकी परवरिश ने, उसकी सोच ने ज्यादा बांधा है.... एक शिक्षित नारी यदि विचार व्यक्त करने में या प्रतिकार करने में सक्षम नहीं..... तो परिवर्तन की नींव का पत्थर बनना उसके लिए संभव नहीं......
स्वयं का आकलन मनुष्य स्वयं ही कर सकता है... अपने लिए समय निकालिए..... तथा अपनी खूबियों और कमियों पर चिंतन मनन करें....किसी दूसरे को अपना आकलन करने का अधिकार ना दे.....
कई बार आप दर्शक दीर्घा में बैठकर बस इसलिए ताली बजा रहे होते हैं.... क्योंकि आपको लगता है यह एक दर्शक का कर्तव्य है ....जबकि सामने मंच पर प्रस्तुति देने वाले कलाकार के शब्दों अथवा विचारधारा से आप बिल्कुल भी सहमत नहीं होते हैं......