अगर मुझे पूर्ण होना है तो......
पहले शून्य होना सीखना होगा-
27 APR 2023 AT 9:17
सत्य और मनोरचना के बीच
एक घर होगा हमारा
मैं चाँद बनूँ उसकी छत का
तुम सूरज बन करना उजियारा
उबलते पानी में चाय की
चंद पत्तियाँ डाल देना
मैं उसी सुर्ख रँग को शृंगार समझूँगी
थोड़ी शक्कर जो घोल दोगे
उसको मैं अपना प्यार समझूँगी
पढ़ना जब भी कोई कविता
पंक्तियां के बीच टटोलना ज़रूर
उसी रिक्त स्थान में
मुझे तुम ढूंढना ज़रूर
वही मेरा होगा आह्वान
आँखों से आँखों का हो जाने देना मिलन
छलक गए जो दो बूँद तभी
पूर्ण होगा अहिवात
उस क्षण को मैं अपना संसार समझूँगी-
9 JUL 2021 AT 22:39
इस संसार कोई पूर्ण नहीं है सब किसी ना किसी कारण अधूरे हैं और संपूर्ण तब ही होते हैं जब परमेश्वर की उँगली पकड़ लें ।
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