मुझे लगता है मैं पिछले जनम में एक पेड़ था जिसकी परछाई इस जनम में भी मेरा पीछा नहीं छोड़ती .. लोग मुझे आज भी अपने अनुसार काट कर नया रास्ता बना लेते हैं.. इसलिए जब भी कोई पेड़ कटता है मैं उससे लिपटकर बेतहाशा रोता हूँ ...
अपनी मौत पर मातम मनाना सबके नसीब में नहीं होता!
-