माँ पदमावती पर बनी फ़िल्म का नाम बदलकर अब पदमावत कर लिया गया है।
अगर नाम बदलने से सभी परिस्थितियों और इतिहास को बदला जा सकता है तो अब विजय माल्या जैसे आरोपियों को भी अब अपने नामो में बदलाव करवाकर पुराने आरोपो और दाग से छुटकारा पाकर नए लोन के लिए बैंक में आवेदन कर लेना चाहिए,और उम्मीद है बैंक उनका लोन पास भी कर ही लेगा जैसे नाम बदलने पर पदमावत को सेंसर बोर्ड ने पास कर दिया है।
लालू यादव से निवेदन है वह भी इस योजना का फायदा उठाकर अपना नाम लूला यादव और हाफिज सईद को हाफीजा सईद और दाऊद इब्राहिम को दरूद इब्राहिम कर लेना चाहिए ताकि उन्हें भी पुराने आरोपो से बरी कर दिया जायेगा।
इतिहास के साथ छेड़छाड़ एक सच्चा कलमकार सहन नहीं करेगा क्योंकि इतिहास लिखा भी किसी कलमकार ने ही है।
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12 JAN 2018 AT 13:21
29 JAN 2018 AT 19:47
इतिहास के पन्नो में छुपी एक रानी के लिए,
लोगों का ख़ून खौल पड़ा,
जिसका असर ना जाने कितनी जिंदगियों पर पड़ा,
कहीं कार जली तो कहीं शहर जला,
हुआ था औरत कि इज़्ज़त पर आघात ये बात बनी,
एक बात बताओ,
सौ डेढ़ साल पुरानी रानी की इज़्ज़त की बात करते हो,
तो फिर क्यूँ रानी, गुड़िया की इज़्ज़त से खिलवाड़ करते हो??-
25 JAN 2018 AT 21:25
मैं, मेरी मोहब्बत और वो ।
मैं = भंसाली
मेरी मोहब्बत = पद्मावत
वो = राजपूत-