Chaumean
For you 😊-
ये शिकायतें तकलीफ़ की..हैं ‘फ़क़त’ तक़दीर से,
एक पीर कह गए थे कभी..
बच्चे लकीरें उलझी तेरी बहुत...दुआ है रब आसानी करे।-
रास्ता कब भला आसान चाहूँ,
उनकी नज़रों में इक मक़ाम चाहूँ,
गिला शिकवा भला किस बात का,
उनकी ज़िंदगी में सुकूँ,आराम चाहूँ।
हर कदम भला कब साथ चाहूँ,
जुड़ी भी रहूँ; ख़ुद को आज़ाद चाहूँ,
हर शय यहां जिएं हर रंग जिंदगी का,
मुस्काएं फूल,अहले चमन मैं शाद चाहूँ।
खुशियों की ना कोई सौगात चाहूँ,
अगली न पिछली,दोहराना बात चाहूँ,
जिंदगी एक खेल है,एक खेल है ज़िंदगी,
जी भर जियूँ दूर तक; न शय न मात चाहूँ।-
भोर का शोर,
चक्षु भरे उजेरा,
पुष्प मुस्काएँ ।
भानु आतप,
क्रुद्ध नहीं; सहज
मनु हठीला ।
खग निहाल,
उड़े पंख पसार,
आस का ढेला।
सुन मानस,
परिश्रम का तप,
चित्त सजीला।-
शान्त , एकांत
मधुकर गुणकारी।
भारी, आभारी
बालक आज्ञाकारी।
पारदर्शी, पारगम्य
कलम पुजारी।
न्यायिक, उपदैशिक
सममत हितकारी।-
If only you didn't generalise Maggie and Top Ramen as noodles, just unlike you never do with Mc Donalds, Papa Jones and Dominos, I would have
never had trust issues with you.-
दूर वादियों की धुंध में वो उसके नक्श उकेरता होगा,
कि वो देखती है यहाँ आईना तो अक्स धुंधला जाता है।
...-
from giving chocolates,
to eating ramen noodles together,
our love remained the same.-