Tuhadi deed........ Sadi Eid
Tuhadi muskaan........ Sadi jaan-
क्यों हर बार में ऐसा ही करती हूं,
में जानती हूं सब कुछ तू करने वाला है
फिर भी क्यों हर बार में तुजपे शक करती हूं,
में जानती हूं तू हरपल मेरे साथ है
फिर भी क्यों हरबार में ये भूल जाती हूं,
में जानती हूं तू कभी मेरा बुरा नहीं कर सकता
फिर भी क्यों हरबार में तुझपे आरोप लगा देती हूं,
में जानती हूं तू कभी भी मुझे गिरने नहीं देगा
फिर भी क्यों हरबार में तेरा सहारा नहीं लेती,
तूने कहा था तू मेरी तरफ एक कदम आगे बढ़ में सौ कदम तेरे पास आऊंगा
फिर भी क्यों में एक कदम भी तेरे पास आ नहीं पाती,
जब कोई साथ होता है या नहीं होता लेकिन तू तो हरबार हरवक्त मेरे साथ होता है
फिर भी क्यों में माया में फस कर किसी और का सहारा ढूंढ़ती हूं,
में सजदे में तो झुकती हूं लेकिन
क्यों मेरा दिल अभी तक नहीं झुक पाया,
तूने तो मेरे सारे गुनाह बक्स दिए है
लेकिन क्यों में किसी और के गुनाह को नजरंदाज नहीं कर पाती,
तूने तो मुझे भक्ति का सरल मार्ग दिखा दिया है
फिर भी क्यों में उस पर चल नहीं पाती,
तूने तो मेरा हाथ पकड़ के रखा है
लेकिन में अपना हाथ क्यों आगे बढ़ा नहीं रही,
तूने तो पहले ही मेरे हर सवाल का जवाब दे दिया है
फिर भी क्यों हर बार में तुझसे सवाल करती हूं।।-
Jehde Ott guru di lainde
oh na socha de vich painde
Kise gal to tang na rainde
hardam moj udande ne
Rah ke vich pane de
Rab da shukar manande ne-
हर दिल के देव - हरदेव
कोन कहता है कि आप हमसे जुड़ा हो
आप तो हर दिल के देव हो
हमेशा हमारे दिल में रहते हो
साकार आप हो निराकार आप हो ।।-
पहले जो सांस लेते हुए गुज़री वो एक उम्र थी
अब जो हर सांस तेरा नाम लेते गुज़र रही है वो ज़िंदगी है ।।-
हर चेहरे पर मुस्कान हो
दिलों में सबके लिए परोपकार हो
नफरतों का दूर-दूर तक
यहां कोई ना नामो निशान हो
कर मेहर मेरे मालिक सब पर
सबका दिल से सत्कार हो
ना वैर हो ना तकरार हो
बस प्यार हो बस प्यार हो-
Aye khuda Tera
aksh sb me njr aata h ,
fir Mai tuje kyo hr
pl bhul jati hu..
Khne ko Mai
zindgi jee rhi hu ,
fir kyo Jan se Jana chahti hu...
Mana tu hi h sb krne vala ,
fir kyo nhi tu muje smj aata h...
lakho gunah huye h mujse ...
fir bhi hr bar tujse
maffi ki umiid le aati hu-