यह वो शब्द है जिसे हम बचपन से ही सिर्फ तानो में ही सुनते आए है जैसे की सास घर जाओगी तो अकल ठिकाने आ जाएगी सास घर जाओगी तो सारा बचपना निकल जाएगा वगैरह वगैरह और जब मैं अपनी सास से मिली तो उन्होने तो सारे मतलब ही बदल दिए उनके पास दो पल क्या बैठी अपनी माँ से हूँ दूर मैं यही भूल गयी कैसे ना कहुँ कि वो करती है मुझे सबसे ज्यादा प्यार जिन्होंने मेरे लिए लगा दी अपने जिगर के टुकड़े को ही डाँट मेरे जन्मदिन के तोहफे के लिए खरीदारी करने वो खुद थी गयीं शायद मुझसे ज्यादा उन्हें थी इस बात की खुशी
लोग कहते है
कमीयां निकालती है सास शायद ये गुण नहीं है उनके पास बात बात पर चिल्लाती है सास शायद उनको नहीं है मालुम यह बात रोकटोक करती है सास शायद अनजान है वो इस बात से मेरी माँ जैसी नहीं मेरी माँ हो आप तुलना क्या करू दोनो की एक से ही तो हो आप एक जिन्होंने जिंदगी से मिलवाया एक जिन्होंने है मुझे अपनाया मेरी माँ तो मुझ पर दुनिया भर का प्यार लुटाती हैं करूं जो कभी कोई गलत बात तो डांट भी खूब लगाती हैं अपना समझती हैं मुझे तभी तो यह सारे हक जताती हैं नही चुनू कोई गलत राह इसीलिए तो मुझे समझाती हैं क्यों कहूं मैं उन्हें सास उन्होंने तो मुझे बेटी माना है मेरे हर सुख दुख को उन्होंने ही तो पहचाना है
ಎಷ್ಟು ಚೆಂದ ಅದೆಷ್ಟು ಅಂದ ಕಣೇ ಏನೇ ಅಮ್ಮಾ ಇಷ್ಟು ಮುದ್ದಾಗಿದಿಯ ನಿನ್ನ ಬಿಗಿಯಾಗಿ ಅಪ್ಪಿಕೊಂಡು ಮುತ್ತು ಕೊಡಬೇಕು ಅನ್ನಿಸ್ತಿದೆ ಕಣೇ
ಆಹಾ ! ಹಾಲಿನ ಹೆಪ್ಪಿನಂತಿದೆ ಕೆನ್ನೆ ಬೇವಿನ ಎಲೆಯಂತಿದೆ ನಿನ್ನ ಕಣ್ಣು ಕಾಳಿಂಗ ಸರ್ಪವೆ ನಿನ್ನ ಹುಬ್ಬುಗಳು ಮೀನಿನ ಬಾಲದಂತಿದೆ ನಿನ್ನ ಕಣ್ರೆಪ್ಪೆಗಳು ನಿನ್ನ ನಾಸಿಕವೋ ಸುಕೋಮಲ ಬಾಳೆದಿಂಡು ಅಧರವಂತು ಚಿಗುರೊಡೆದ ಹವಳದಂತ ಗುಲಾಬಿ ಕೇಶರಾಶಿಯಂತೂ ರಾತ್ರಿಯ ಮುಗಿಲಷ್ಟು ದಟ್ಟ ನಿನ್ನ ಪರಿಮಳ ಗಮಲ ಅಬ್ಬಬ್ಬಾ ಪಾರಿಜಾತ ಕಣೇ ನೀನು ಮುದ್ದುಬಂಗಾರಿ !
Darling love , When I ask you to get lost Take me with you , I'll refuse to come with you But I really can't be alone , Hug me tight and kiss my eyes It takes just a fraction of seconds To turn my anger into LOVE :)