Dil ke bal giri hun Mai,
Tbhi Toh chot gehra hai,
Pata hai tumhe fark nai pdhta,
Pr us waqt insaniyat zarur dhekana,,
Hoske Toh mere mayyat pe zarur aana..-
मेरी मय्यत पे रोने वालों, तुमसे एक सवाल है
क्या सच में मेरे जाने का, ग़म तुम्हें बेशुमार है-
मेरे कफन के लिए लाल जोड़ा मंगाया गया है
मेरी मय्यत को दुल्हन जैसा सजाया गया है
कोई हंसता है तो कोई रोता है जनाजे मे मेरे
मेरी मौत का भी आज़ तमाशा बनाया गया है
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मय्यत पर मेरी दो आंसू बहा के
वो चला गया दिल मेरा दुखा के
Mayyat pe meri do ansu bha k
Wo chala gya dil mera dukha k-
Mashoori Ki Deewangi Bhi Kaisi Hai Muashre Mein Sami
Log Naam Karne Ki Khaatir Apni Mayyat Sajane Ko Bhi Tayyar Hai-
Mayyat par kiske gale lag kar
rotey hai kuch pata nahi chalta.-
खुद को मारने का ख्याल बदल लेता हूँ,
जब अपने मय्यत में लोगों को कम पाता हूँ ।।-
मौत हो गयी उसकी उलझन की नगरी में
तुम ठहरे परदेसी मय्यत की शहर में।-
काश मैं ही रो लूं अपनी मैयत पर
कोई और रोये अब इतनी मोहब्बत किसको है-
मैय्यत को देख कर मेरी वो अनजान बन गया ,
गैरों से पूछता है ये कौन मर गया ।-