जिसके दिल में प्यार नहीं ! उसका दिल एक आने का दिल ! जाने किसकी नज़र लगी ! क्यों जलाता है ज़माने का दिल ! जिसके खातिर तारे तोड़े ! उसने तोड़ा दीवाने का दिल ! दिल ही दिल में रोता है अब ! "दीप" मरजाने का दिल !
Aye shajar... Dekh le aaj usse dur hai... To Mar gaya thodi hai... Aur kya kaha... Uski baato ne dil dukhaya tera... Are jane de yaar.... Ye koi naya thodi hai....
तेरा दूर होना तो दूर की बात है, दूर होने की बात भी नहीं सुन सकते, तेरे बिन मर तो सकते हैं, मगर जीने का खूयाब नहीं बुन सकते | तड़फ़ रहे हैं हम, तेरी कही वो बात सोच कर, तेरे बिन जीने का रस्ता नहीं चुन सकते......