लगते है झूठे सहारे सारे जग के
रोना है मुझे तेरे सीने से लग के-
Deep Rdr
1.8k Followers · 693 Following
Joined 12 July 2019
28 SEP AT 22:33
अपने सिपहसालारों के दम पर
हमने जंग ए महौब्बत जीती तलवारों के दम पर
ये जो हाकिम ए रुतबा बड़ा ख़ास लिए बैठा है
इसका बजूद है तो फ़क़त बीमारों के दम पर
लाजमी है के नजरिया भी हसीं हो
ये जहां हसीं नहीं लगता नज़ारों के दम पर
-
18 SEP AT 20:11
तेरी जुल्फें खोल कर एक शाम में
तेरे अश्क घोल कर एक जाम में
मुसलसल चूमा था तुझे
यहां वहां कहां कहां मगर
तेरे कदम चूमे थे एहतराम में-
15 SEP AT 20:51
फ़क़त हवाएं रुकती है इन बुहे बारियों से ,
ये सदाएं इन सदाओं का क्या करोगे तुम ।-
15 SEP AT 18:54
और अब मैं दाढ़ी से अपनी बचे कूचे काले बाल भी
चुन चुन के निकाल देता हूं
ये कमबख्त मुझे अब किसी की मोहब्ब्त के लायक
होने का अहसास दिलाते है-
15 SEP AT 18:17
जग से बैर किए बाघन सी
तिलमिला रही नागन सी
बहते दूध को थक्का कर दे
एक बूंद कोई वो जामन सी
मलिन माहौल में वो रहती
जन्म जात की वो वामन सी-