सुनो.....
तुमने देखा था ना मुझे रोते हुए...,
मेरी आँखों में तुम्हें कोई और दिखा था क्या?
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11 OCT 2021 AT 19:52
18 JUL 2020 AT 12:12
मन में हैं कही सवाल
उनको करके दरकिनार
बैठे हैं बस गुमनाम
बिन बताये अपने जज्बात
उलझने लिए हजार
सोचते हैं हर बार
कोई तो हो जो
समझ सके हमारी
हर एक बात
हर एक ख्वाब
बिन बताये हर बार...
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27 AUG 2021 AT 23:52
Kahte hai khwahishen jitni kam ho jindgi me ... jindagi utni sukun bhari hoti hai..
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28 SEP 2021 AT 3:21
निर्वस्त्र तो दोनों होते हैं,
मगर वैश्या सिर्फ स्त्री कहलाई..।
दस्तूर ए दुनिया-