स्वप्न सुंदरी सी लगती हो क्या खूब नजाकत पाई है,
मुझे देखने के खातिर ही क्या घर से बाहर अाई हो।
स्वर्ग लोक सी सुंदरता कुदरत ने तुम्हें नवाजी है,
कर दूँ अगर इजहार प्यार का तो क्या तुम्हारी राजी है।-
मम्मी - पापा , भाई - बहन सब कर रहे तैयारी है,
अपनों का घर छोड़ के तुझको अपनों के घर लाने की।
इज़हार हो गया इश्क का, अब जल्द हमारी शादी है,
ना जाने मै कबसे बोल रहा , तूने क्यों चुप्पी साधी है।-
आखिर वो दिन आ गया मै घोड़ी लेकर आ गया,
माथे पर मुकुट सुनहरा है,तन बदन भी बड़ा सजीला है।
साली रस्ता रोक खड़ी कर रही है पैसे की फरियाद,
पंडित जी भी कर रहे मंत्रो का एक लंबा जाप।-
एक कच्छे में घूम रहा हर कोई मुझको पूछ रहा,
कमर झुक गई झुकने में , आ गए रिश्ते बढ़ने में।
शरीर पड़ गया पीला है, ये कैसी अब लीला है,
तू भी कुछ हाल बयां कर, क्या तेरा तन भी पीला है।-
Thanks to u ......🙂🙂🙂.....
Tumhare poetry bahot funny tha ...
mujhe bhi collap krne me mjaa aa
Thanks ....-
इश्क़ हुआ इज़हार हुआ शादी की भी तैयारी है
तेरी दुल्हन रस्ता देख रही तेरे आने का इंतजार जारी है
मेरे अपनों ने ही चुना है तुम्हें.., मुझे अपनाने के लिए
रीति रिवाज़े रस्में भी सारी है
शादी तो उसी दिन हो गई जिस दिन तुमको अपना माना था
अब तो बस विदाई की बारी है
जल्दी आओ पिया बारात सजा कर इंतजार का एक एक पल भारी है
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इतने में ही फटने लगी तुम्हारी अभी शादी की रस्म बाकी है 😁😁
बड़ा पहलवान बने फिरते हो एक हल्दी ने तुम्हारी जान ले डाली है 😏😏
अभी पीले तो नहीं है हम पर लाल जरूर हो गए है
जो भी आता है तेरा नाम लेकर चला जाता है-
प्रेम की हल्दी से पीले पीले हैं मेरे भी गाल
सखियों ने छेड़ छेड़ किया मेरा हाल बेहाल
मेहंदी का रंग है और ढोलक की भी है थाप
अब बस इंतज़ार है के कब आयेंगे आप-
करती गयी बात मैं उनसे बाते बड़ी ही प्यारी है,
मम्मी ने तो डांट लिया है अब पापा की बारी है!-