आरक्षण का खेल, खेल रहा देश मेरा भृष्टाचार और जातिवाद झेल रहा देश मेरा सोने की चिड़िया कहलाने वाला देश मेरा गरीबी को अब झेल रहा देश मेरा दो वक्त की रोटी पाने की कश्मकश में, झूठे वादे झेल रहा देश मेरा अब अपना ही अस्तित्व बचाने का खेल, खेल रहा देश मेरा 😊