कुछ पाने के लिए,कुछ खोना पड़ता है।
सपना देखने के लिए भी तो,सोना पड़ता है।।-
Zindagi ch Sab kuchh mil janda ae ,
Pr O ___' kuchh'___ni milda jiske aagge Sab kuchh vi kuchh ni Hunda ....!-
Uski khamoshi😑 mei ek gehra raaj chhupa dikh rha hai
Kyuki wo logo ke beech mei hone ke bawjud tanha sa lag rha hai..
Uski mukurahat☺ mei ek dar sa jhlak rha hai
Shyaad koi baato ka khanjar🗡 hai jo us se maut ke muh mei daal rha hai .....
Mere saamne khada ek shaksh h jo janzeero mei bandha dikh rha hai ...
Aur ye usi ke haalat hai jo bin bole hi byaa ho rha hai .....
-
Kuchh to log kahenge, logo ka kaam hai kahana, ek kaan se sunana and dusre kaan se nikaalate rahna.
-
कुछ रिश्ते हाथों से छूट रहे हैं
कुछ खास धीरे-धीरे रूठ रहे हैं
कुछ पहने कई मुखोटे है
और कुछ अपने बन कर ही लूट रहे हैं..!-
अब तो कुछ
लोग उन लोगों
का भी हक
मारने लगे हैं जो
कभी उनकी परछाई
से भी दूर भागते थे ..
-
"मेरे पास आओ आपको कुछ सुनाते हैं
मेरे दिल में तुम किस तरह धड़कते हो
तुम्हें दिखाते हैं तुम प्यार से मेरा हाथ
थाम लो यार दिसंबर की इस ठंड में
एक छोटी सी चाहत की आग जलाते हैं"।-
कुछ यादें ऐसी भी होती हैं
जिसे याद ना करें तो ही बेहतर होता हैं
-
उन लोगों ने ही कर दिया है राख मुझे,
जो लोग थे मुझ शमा को जलाने वाले
कुछ तो असर होता होगा उस शराब में,
वरना पागल तो नहीं है यूं मयखाने वाले
मज़हब पे ही अटक जाती है गाड़ी उनकी
जो कहते हैं कि वो हैं देश को चलाने वाले
उन्होनें ही तो तन्हा छोड़ा है मुझे अक्सर
जो कहते रहे थे, वो हैं साथ निभाने वाले
रास्तों पर मेरे बिछा डाले हैं काँटे जिसने,
लोग कहते हैं कि वो थे फूल उगाने वाले
नफरत को कितना दिल से लगाओगे तुम,
मुसल्सल मिलते नहीं दुनिया में चाहने वाले
ख़ुदा नही हैं हम, मौत हमको भी आएगी,
आते नहीं हैं लौटकर दुनिया से जाने वाले-
Wo ayse jee rahe
Jaise kuchh hua hi nahi
Wo jo kahte the ke
Ab hame mout hi zuda kar sakti-