हम ने तुम से रख के उम्मीद-ए-करम
वो सबक़ सीखा कि अब तक याद है
कलीम आजिज-
13 OCT 2020 AT 18:14
1 JAN 2020 AT 23:36
हाय क्या दिल है की लेने की लिए जाता है,
उससे पैमाने वफा जिस्पे भरोसा ही नही।
तोफा जख्मो का मुझे भेज दिया करता है,
मुझसे नाराज है लेकिन मुझे भुला भी नही।।
दोस्ती उससे निभाई जाए बहोत मुस्किल है,
मेरा तो वादा है ,उसका तो इरादा भी नही।
KALEEM AJIZ
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15 FEB 2024 AT 20:34
छोटे - छोटे खुशियों से
ज्यादा समय तक आनंद को पावों ......
कितने भी बड़े दु: ख सामना हो
छोटे समय के दर्द को पावों😎....-