"जाट" है हम
अकड़ तो अंग्रेजों में भी न छोड़ी
तू के चीज हैं।
"अन्तर्राष्ट्रीय जाट दिवस"
की सभी जाट भाइयों को हार्दिक शुभकामनाएं
#जाट-
अजीब सी बस्ती में ठिकाना है मेरा
जहाँ लोग मिलते कम है
और मेरी ज़िंदगी में झांकते ज्यादा है-
कर चुका भगवान भी इब मेरे ते किनारा ,
होगी नफरत उस ते ,
जो था कदे सबते प्यारा ।
(क्या खूब)-
मेरी हर बात को झूठी साबित करने वालों,,
मैं तुम सबसे कुछ पूछती हूं,,
👉 तुम लोग कितने सच्चे हो,, 👍-
बड़ी सऊरी थी वा जद मुझतै मिलण आया करै थी
सुणा है बावली सि फिरै है
मखां उसने छोणया मनैं बताओ इसमें गलती मेरी कै थी
और सुन
लिख कै अपणें दर्द ये जो मैं मशहूर होन लाग रा हूं ना
स्याही मेरे अश्कां की थीऔर कलम उसके इश्क में डुब्बी हुई थी
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पड़ा सुख गया गुलाब वो जो घाल ल्याया था किताब में ,
न्यू तो कदे मैं बोल्या नही था,
पर घंटो बतलाया करता तेरे साथ ख्वाब में ,
केव दुनिया तेरी शायरी में अब पहला आली बात कड़े ?
घाव सारे मैं भूल चुका , और नए घाव कोई दिल में देजाव ,
इतनी इब उसकी औकात कड़े!
ये कुछ ईतना किसके कारण , कड़े लिखे है ,
पूछे है लोग मेरे ते ,
नाम तेरा मेरी जुबान पर ना आव ,
और संगत मेरी इब अंधेरे ते ।
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रुक थोड़ा , अपना हाल बता के जाइए ,
कुछ रह गे थे पूछने तेरे ते ,
मौका मिला है आज तो सवाल बता के जाइए।
तू इतनी पास आगी , फेर किसने तने दूर करा ,
के मजबूरी थी , जिसने तने इतना मजबूर करा।
र सुक्रिया तेरा मखा तेरी दी होई चोट का ,
आज जिसने मने लिखन खातर मशहूर करा।-