न जानते थे
इश्क होता है क्या,
वो नशीली आंखें,
चांद सा चेहरा,
आवाजों की चुभन,
देखा तो ऐसा लगा,
इश्क होने लगा,
तुझसे इश्क होने लगा।-
25 JAN 2019 AT 20:14
7 MAR 2021 AT 22:52
विश्वास एक ऐसा धागा है जिसे हम छोड़ नही सकते चाहे। सामने वाला कितना ही धोखेबाज क्यू न हो और सक का कीड़ा चाहे कितना ही खूबसूरत क्यों न हो उसे हम पास नही रख सकते नहीं तो जिंदगी बरबाद हो जाती है।
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