Palak Chhabra 29 MAY 2020 AT 8:30 मुझे बाल बांधने की आदत थी, और उसे खोलने की फ़ितरत। - Palak Chhabra 31 MAY 2020 AT 18:13 जिस मुस्कुराहट पर फिदा हैं दीवाने हज़ार, उस मुस्कुराहट की वजह, हो तुम! - Arjun Jain 7 JUL 2020 AT 21:04 तुम कह क्यों नहीं देती, अपने बालों से, पसंद नहीं हमें, तुम्हारे बाल बंधे बंधे से. - Upasna Mishra 8 JUL 2020 AT 6:27 तुम कह क्यों नहीं देती, अपने बालों से,मेरे इजाजत बिना, ये तुम्हारे गाल ना चूमा करे - Poorva Gond 2 JAN 2020 AT 13:19 Love Isn't what makes you ThinkAgain and againBut it's what makes you Step forwardTo achieveWhat your Heart dreamsAnd Mind wishes. - Poorva Gond 4 JAN 2020 AT 10:46 you go through tough times from INSIDE, too. - Poorva Gond 2 JAN 2020 AT 12:27 कुछ यूहीं...बेकाबू होकर उन्होंने हमसे यूं वादा किया हम रहेंगे तुम्हारे ये मकसद अब पुराना हुआ साल कटायादें वहीं हैंइंसानों की आहटों मेंएकाकी वहीं हैंमजहब बदला खैर पूछातकलीफों कि बस्ती बनीदवा का ठिकाना ना रहादर्द कि आवाज़ हुई अनसुनी अनजानों ने जान बनकर करीबी यू निभाईरिश्तों के बाज़ार में फूलों की जैसी माला बनाईदिमाग में दिल की बात कुछ यू मुस्कुराईदिलों की धड़कन जैसे कानों में गूंजी शहनाई आफताब हुई नज़रेशायर बनी जुबानीशमा में जलती जैसेरोशनी की अंगड़ाई - Poorva Gond 2 JAN 2020 AT 12:54 Consolidation ! - Poorva Gond 11 NOV 2020 AT 20:55 कोहरे में भी नजर वो ही आते हैंअनजान रहना वाकिफ हो जैसेऐसा झूठ भी काफी होता हैं| - Poorva Gond 31 DEC 2019 AT 10:50 बीते दिनों की सौगात हैंकुछ लम्हों की ऐसी बात हैंदिल और दिमाग दोनों बेहाल हैं शायद यहीं प्यार वाली ज़िन्दगी का हाल हैं । -