जमने लगा है पानी,
बढ़ने लगी है ठंड,
पर यहाँ तो अभी भी धूप मिलेगी,
जन्नत जो ठहरा अपना उत्तराखंड।-
17 NOV 2020 AT 11:59
9 DEC 2020 AT 10:27
ये ठंडा सा मौसम
ये सर्द हवाएँ
तुम भी हो साथ में
एक गिलास चाय हो जाए।-
9 DEC 2020 AT 7:43
खेती से है पहचान भुला
मेहनत की रोटी खाता हूँ
जमकर करता हूँ मेहनत
यूँही नहीं पहाड़ी कहलाता हूँ।-
16 SEP 2020 AT 16:10
यूं जु मेरु दिल धक ड्यान्दू
वेंगा बिना नि रे पान्दू
और तुम ब्वना की तू छोड़ दे वेता
यूं घुट घुट जीण से अच्छू मैं मर ही जांदू-
8 DEC 2020 AT 16:01
मैं हूँ पहाड़ से
ऊँची मेरी आवाज़ शेर की दहाड़ से
देवभूमि हैं जन्म स्थल, और जीता हूँ मैं शान से
मैं हूँ पहाड़ से।-
26 NOV 2020 AT 9:42
जहां हर मोड़ पर दिखने लगे मंदिर और
और मौसम में अचानक से लगने लगे ठंड
तो समझ लेना पहुँच चुकें हैं
आप देवभूमि उत्तराखंड।-
3 DEC 2020 AT 22:56
देखेगा ज़माना
वो भी टाईम आएगा
जब फ़ौज की वर्दी के उपर
तेरे भाई का नाम छाएगा।-
2 JAN 2021 AT 9:36
लड़ने का दम रखते हैं
डरते नहीं है हार से
पत्थर को पानी कर देते हैं
वो बंदे हैं हम पहाड़ से।-