गांधी: एक विवाद
-
एक कहानी सुनते हैं
एक महान व्यक्तित्व की पहचान सुनते हैं
सीधे-साधे विचार थे उनके
क्यों इतना हम लाचार थे
रहा नहीं वो , निकल गया
तूफानों में भी , वो अड़ गया
जबतक मिला न कोई वो चलता रहा
चलते चलते ही काफ़िला बनता गया
एक शोर सा वो हो गया
सभी के दिल में उतार सा गया
इस भारत देश की जान और शान था
एक महान व्यक्ति की पहचान था
गुज़र गया वो एक आंधी था
कोई नहीं वो महात्मा गाँधी था-
दिल में किसी के गांधी आते नही नज़र ,
अगर पड़ी हो उनकी तशवीर जेब में,
तोह करते है सब कदर
अहिंसा और सच्चाई से किया
जिन्होंने अंग्रेजो पर वार है
स्वच्छता , समानता ,आत्मनिर्भरता
जैसे विश्व को दिया उच्च विचार है
भारष्टाचार और मुफ्तखोरी के इस युग में,
गांधी फिर से तेरी पुकार है
फिर से तेरी पुकार है...!
-Satyaprakash (S...p)
-
🙏गाँधी एक विचार🙏
गाँधी मात्र एक व्यक्तित्व नहीं, एक विचार है
जो अपने विचारों की अमिट छाप छोड़,
गुलाम भारत पहुँचा।
दक्षिण अफ्रीका से लेकर चंपारण तक,
चंपारण से लेकर भारत छोड़ो आंदोलन तक,
गुलाम बाशिंदों में जन चेतना जागृत की,
शांति,प्रेम,अहिंसा, सत्य, ईमानदारी, मौलिक शुद्धता
और करुणा के सफल उपयोगकर्ता,
स्वराज के साथ सुराज के समर्थक
स्वास्थ्य,स्वच्छ्ता व स्वदेश से देश को
सशक्त करने के समर्थक,
विश्व बंधुत्व की कल्पना साकार करने हेतु,
सर्व धर्म संभाव के प्रणेता, शांतिदूत,
अहिंसा के पिता,राष्ट्रपिता ने
भविष्य की समस्याओं को भांपते हुए
तात्कालीन समय मे समाधान देने वाले
वर्तमान वैश्वीकरण के युग मे अत्यंत प्रासंगिक,
गाँधी एक असंभव, संभावना है।
-