क्षण भर का जीवन दे दो,
स्वर्णिम कोई दर्शन दे दो।
कुछ पल मुझको उधार चाहिए,
तेरी छांव का संहार चाहिए।
कुछ सपने मेरे साकार हुए,
कुछ राहों में ही निराकार हुए,
पर मंज़िल अब भी शेष खड़ी,
अधूरी चाह, अधूरी डगर पड़ी।
संध्या की लौ बन जल जाऊं,
या प्रभात किरण संग ढल जाऊं,
बस इतना वरदान मिल जाए,
तेरी चरणों का भार मिल जाए...।-
कितना सहोगी ,
चुप्पी तोड़ोगी..
या यूं ही रहोगी ,
यही सही वक्त है ,
म्यान में पड़ी शमशीर में धार चढ़ाना होगा ,
हे नारी ,
तुम्हें खुद ही अपने लिए आवाज उठाना होगा...!
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राम से इतिहास है
राम से हर्षो-उल्लास है
त्याग समर्पण धैर्य बलिदान
की परिभाषा सबके पास है
राम आस्था , राम शक्ति,
राम में विश्वास है ,
राम महिमा , राम भक्ति
राम ही उम्मीद का प्रकाश है
मनन में राम,भजन में राम
कर्म में राम,धर्म में राम,
हम सब तो राम के ही दास है ,
परम पूजनीय त्रेता युग से प्रभु
आज कलयुग में , हम सबके पास हैं ,
🙏जय सियाराम🙏
-Satyaprakash (S...p)
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दूर जंगलों से यह आवाज आ रही है ...
उन्मुक्त गगन की यह चिड़िया
अब उड़ने से क्यों कतरा रही है ?
दूर जंगलों से यह आवाज आ रही है....
यह दुनिया पर्यावरण दिवस क्यों मना रही ?
की आदिवासी,जीव-जंतु, पेड़-पौधे ,
इतने दहशत में क्यों आ रहे है .....
ओह, वाणो को जवाब मिल गया
यहाँ तो इंसान अपना कब्र बना रहे हैं!
#savehasdeo
-Satyaprakash (S...p)
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किसी की शायरी को करार आया,
तो किसी के किस्से मे दरार आया,
हमने भी की बहुत कोशिश ...
पर मेरे हिस्से में सिर्फ इंतज़ार आया !-
दिल में किसी के गांधी आते नही नज़र ,
अगर पड़ी हो उनकी तशवीर जेब में,
तोह करते है सब कदर
अहिंसा और सच्चाई से किया
जिन्होंने अंग्रेजो पर वार है
स्वच्छता , समानता ,आत्मनिर्भरता
जैसे विश्व को दिया उच्च विचार है
भारष्टाचार और मुफ्तखोरी के इस युग में,
गांधी फिर से तेरी पुकार है
फिर से तेरी पुकार है...!
-Satyaprakash (S...p)
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उन्नति है हिंदी , प्रगति है हिंदी ,
सहज हिंदी, सरल हिंदी ,
हिंदी ही अपनी आन है ,
हिंदी से ही भारत माता की पहचान है ।।
हिंदी है सुरीली वाणी, हिंदी हम सब की जुबानी ,
गीत हिंदी, संगीत हिंदी,
मेरी एक कविता ,मनप्रीत भी हिंदी ,
आओ मिलकर बढ़ाए हिंदी का सम्मान है ,
सदियों से जो भारतवर्ष की पहचान है ।।
हिंदी हमारी शान है, हिंदी तो महान है ,
हिंदी से ही रौशन अपना हिंदुस्तान है ,
हिंदी देश की माटी का अभिमान है ।।
माना इस देश में भाषाओं की फुलवारी है ,
पर हमको प्यारी हिंद की भाषा हिंदी हमारी है ।।
🇮🇳जय हिन्द, जय हिन्दी, जय हिन्दुस्तान 🇮🇳
-Satyaprakash (S...p)
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My soul gets it's essence
In his eyes ,
I found a world beyond lies ,
With flute in hand and eyes so deep,
In his love, our hearts take the leap.-
खत्म हुआ त्योहारों का मेला ,
निकल आया हूं घर से लेकर अपना थैला ,
अपने ही घर के मेहमान हो गए हैं हम ,
निकल आए हैं छुपा कर अपने सारे गम ,
आखिर में आंखों में पानी तब भर आया ,
जब घर से निकलकर फिर मैं अपने सफ़र को आया.!-
जिंदगानी तो एक दिन सब की जानी है ।
हम करते हैं उन सब को सलाम
जिन्होंने मौत को मौत दिखाकर
इतिहास के पन्नों में अमर रचवा ली
अपनी वीर कहानी है ।।
जो इस देश के काम आए
चाहे हिंदू या मुस्लिम वही एक सच्चा हिंदुस्तानी है ।।
अब परवाह नहीं मुझे इस जिस्म- ए- जां की..
छोटी सी जिंदगी है
सोच रहा हूं वतन के नाम करूं ।
और अमर होने से पहले ,
तिरंगे को सलाम करूं ।।
जय हिंद
-Satyaprakash-