उलझे हुए मिजाज की सुलझी लड़की हूं..
मैं कभी कभी खुद की बातों में खो जाती हूं..
तुम हिम्मत की बात मत करना...
बड़ी बड़ी बातो पर सब्र..
छोटी छोटी बातो पर अक्सर रो जाती हूं..
बात बात पर रूठ जाने की आदत नहीं है मुझमे..
कभी कभी खुद से ही खफा हो जाती हूं..
वजह नहीं जानती हालातों की..
मसला ये है की मैं बहुत जल्दी जज्बाती हो जाती हूं..
मैं वो लड़की हूँ जो इस मतलबी दुनिया में..
हर रिश्ते दिल से निभाती हूं..
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