बहुत ही खुशी का दिन था.. ऐसा हमे लगा था हम आजाद हो गए.. क्या पता था, बचपन हमसे आजाद हो गया.. लड़कपन हमसे चला गया.. बस्ते का बोझ क्या उतरा कंधों से.. सर पर बोझ आ गया सपनो का.. स्कूल का आखिरी दिन...
उलझे हुए मिजाज की सुलझी लड़की हूं.. मैं कभी कभी खुद की बातों में खो जाती हूं.. तुम हिम्मत की बात मत करना... बड़ी बड़ी बातो पर सब्र.. छोटी छोटी बातो पर अक्सर रो जाती हूं.. बात बात पर रूठ जाने की आदत नहीं है मुझमे.. कभी कभी खुद से ही खफा हो जाती हूं.. वजह नहीं जानती हालातों की.. मसला ये है की मैं बहुत जल्दी जज्बाती हो जाती हूं.. मैं वो लड़की हूँ जो इस मतलबी दुनिया में.. हर रिश्ते दिल से निभाती हूं..
जिन्दगी कैसी गुज़र रही हैं.. कुछ नया बता कुछ पुरना सुना.. मेरी छोड़ तू बता अपनी.. तेरा नया सफर और तेरे नए दोस्त.. तेरी नई मंजिल और नया हमसफ़र.. मेरी छोड़ तू बता अपनी.. जिन्दगी कैसी गुज़र रही हैं.. पीछे कुछ छूटा कुछ खोया.. इसका मलाल मत रखना.. जिन्दगी एक ही उसे खुशी से गुजरना.. मेरी छोड़ तू बता अपनी..