महादेव के,
काल में,
माता पार्वती को,
काली होना,
पड़ा था !
👍
फिर ये तो,
कलयुग है देवियों,
यहाँ तो,
तुम्हें काली बनकर,
ही रहना पड़ेगा !!-
मेरी तबाही का एक सिलसिला बाकी है,
तुझे किसी और के साथ देखना बाकी है।
जो ग़म दिए हैं, वो काफ़ी नहीं मुझे,
अब तेरे जाम का ज़हर पीना बाकी है।
दिल के टुकड़े तो हो चुके पहले ही,
अब बस इन दर्द को जीना बाकी है।
मुझे मिटा के तू खुश तो है मगर,
तेरे चेहरे पे वो रंग देखना बाकी है।
जो राज़ छुपा रखा था तूने,
वो हक़ीक़त अब समझना बाकी है।
तेरा हर झूठ क़बूल किया था मैंने,
अब तेरा वास्ता तोड़ना बाकी है।
मेरी कहानी का अंजाम लिख दिया तूने,
बस तुझे किसी और के साथ देखना बाकी है।-
Log saal बदलते dekh rahen hai
Humne palon me sadiyon ko badlte dekha hai-
Koi na paraya yaha
Koi na apna hota hai...
Zindagi me sara khel
Jaroorat ka hota hai 💯💯-
यूं तो तुम मेरे लिए जहर से भी कड़वी बातें उगलते हो
अरे वाह
मेरे सामने इतनी जल्दी अपनी फितरत बदलते हो
यूं तो तुम हर बात पर सफाई देते हो
और मेरी ही पीठ पीछे मेरी बुराई करते हो।-
वक्त रहते जो कदर ना कर सके,
वो आज नज़र रखते फिर रहे ।
अपने ही इस दोगले पन कि,
लोग, सबूत देते फिर रहे।।-
Log saal badlte dekh rahe hai,
Humne saal bhar logo ko badalte hue dekha hai! 🙏-