जानेमन,दिल तोड़ा नहीं जाता है,
दिल तो संभाला जाता है|— % &-
अधूरा मोहब्बत को पूरा कर दो ना ।
ज़ख्म जो दिल के है उसे भर दो ना।
नाराज़गी में क्या पूरा उम्र बिताना है।
देखो कब से इंतज़ार में तेरा दीवाना है।
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दिल दुबारा लग ही जाता है,
मानो दिन- रात जैसे तैसे कट ही जाता है|— % &-
क्यूं अलग विचार?
क्यूँ उसका जन्म एक अशुभ समाचार?
क्यूँ उसके आने से पुर्व् ही तलवारें तैयार?
क्यूँ लड़का हुआ तो खुशियाँ और लड़की तो हाहाकर्?
मेरे जहन में आज फिर ये बात धड़की है।
जो क्या हुआ गर् वो लड़का नहीं लड़की है?
क्या उसमें जान नहीं?
क्या वो एक इंसान नहीं ?
क्या उसको बनानेवाला भगवान नहीं?
फिर क्यूं लड़की लड़के के समान नहीं?
मेरे जहन में आज फिर ये बात धड़की है।
क्या कुसूर उसका है की वो एक लड़की है?
आखिर क्यूँ नहीं बनने दिया गया किताबों को उनका यार?
क्यूँ वो नहीं कर सकती चार दिवारियोन् की देह्लिजे पार?
क्यूँ वो सपने बड़ी नहीं देख सकती यार?
क्यूँ नहीं मिलना चाहिए उन्हें समान अधिकार?
मेरे जहन में आज फिर ये बात धड़की है।
क्या तुम्हें जन्म देने वाली माँ नहीं एक लड़की है?
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आसमान देख के बरसात का अंदाजा नहीं लगाते
अक्सर सफ़ेद बादल ही जोरों की बौछार लाते हैं।-
अब रास्ता जब उन्होंने अलग चुन लिया
मोहताज हम भी उनके इशारो के नहीं।-
Everything I Know
You will never return.....
Still I'm waiting here
for you to come back
till my death.....
-✍️Story Of A Broken Heart-
सुना है दिल टूटने पर,
लब यु खुलते है
लोग सायर बन जाते है?
पता नहीं !
हमने तो माँ की मुहब्बत में बोलना सिखा है।-
हर सपने मुमकिन है।
पाना कुछ भी नामुमकिन नहीं।
रास्ते कठिन होते है
मंजिल तो यूँही बदनाम है।
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जिसके आँचल के छाओ में
नींद सुकून की आए।
जिसके गोद में सर रखते ही
सारी पीड़ा दूर हो जाए।
वो जागती रहे तुझे सुकून से सोता देख,
नींदें उसकी भी पूरी हो जाए।
इलज़ाम तुझपे लगे,
होंठ उसके कप्कपाये।
दर्द तुझे हो,
लब उसके चिल्लाये ।
खुद के जख्म भूल,
मरहम तेरी बन जाए।
आंखे नम जो तेरी हुई,
उसके आँखों से आँशु छलक जाए।
जब भी वार तुझपे हो,
जिसे तू अपनी ढाल बना पाये,
वो और कोई नहीं "माँ" कहलाये।
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