QUOTES ON #DIARYOFDIKSHA

#diaryofdiksha quotes

Trending | Latest
29 SEP 2021 AT 11:07

हाँ, धीमी है बढ़ने की चाल मेरी
मैं स्वाभिमान साथ लेकर चली हूँ

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5 MAY 2021 AT 10:06

शिनाख्त ना हो सके बज़्म में गुस्ताखों की
हर मासूम को सर झुकाये रखने का फरमान मिला है

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5 APR 2021 AT 8:44

पहन लिया है मेरे मन ने तुम्हें लिबास की तरह
देह गलकर एक दिन तुम्हारे मन में मिल जायेगी

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18 APR 2021 AT 12:07

Y q में सभी अपनों का नज़ारा हो गया
इतवार हमको चाय सा ही प्यारा हो गया

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5 APR 2021 AT 7:12

दिन भर में एक बार
मेरी याद तुझे जरूर आयेगी

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18 APR 2021 AT 11:36

दिल लगा बंजारन से बंजारा हो गया।
परदेश सा ये देश हमारा हो गया।

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6 JUL 2021 AT 18:25

प्रेम में छला गया,
प्रेम ही चला गया।
भिगोकर मुझे प्रेम में
प्रेम ही जला गया।

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19 JUL 2021 AT 10:18

किसी के इंतजार में एक उम्र नाकाम हो गई
किसी से सुबह मिले और मिलते ही शाम हो गई

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15 JUN 2021 AT 23:43

इन अंधेरों को तूने दिल से जो चाहा
अब हमारी हर सांस में ज़िक्र सिर्फ तेरा है...

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23 OCT 2021 AT 21:10

औरतों ने श्रृंगार अपने लिए करना सीखा ही नहीं

वरना वे समझती की अलंकार का सार रिझान से बहुत परे है
आइने में शर्माता रूप औरों के लिए नहीं उनके अपने आत्मविश्वास के लिए है
सौंदर्य-आविष्कार छिपाव या दिखावे के लिए नहीं बल्कि उनके खुद की स्वीकृति के लिए है

मगर अफ़सोस ! औरतों ने श्रृंगार अपने लिए करना सीखा ही नहीं

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