इजाज़त माँगी थी इजाज़त के लिए हमने।
ग़र कभी तेरी याद आए तो मै रो तो सकूँगा।-
मेरे किरदार में नुक़्स निकालने वाले अपने ही ना थे।
बहरे ना बोलने व अंधो ने बदसूरत का इल्ज़ाम दिए।-
ज़िन्दगी में भी अजीब कशमकश है।
दूसरों को ढूँढ़ने में खुद को खोता रहा।-
हम चले ऑए है आज ख़ुद से भी बहुत दूर।
मुझसे मिल उसे अब ,क्या ख़ाक मिलेगा।-
Apni Manjil ko Bhulakar jiya to kya jiya..
Apni Manjil ko Bhulakar jiya to kya jiya..!!
Hai Dum to use pakar ke Dikha ...||
Apni Manjil ko Bhulakar jiya to kya jiya....
Hai Dum to use pakar ke Dikha ...||
Likh de khunse apni Kaamiyaabee ki Kahaanee....!!
Likh de khunse apni Kaamiyaabee ki Kahaanee ...||
Aur Bol us Kismat ko Dum hai to ab Mitaakr Dikhaa...!!-
कभी होगा तु ख़ाली मुझ सा,
कभी मुझ सा तु इन्तज़ार करेगा,
मुझ से प्यार भी होगा तुझे,
मुझ पर ऐतबार भी होगा तुझे,
पर मैं आ न सकूँगा तब,
जहाँ से रुख़सत अता हुई होगी मुझे।।।।-
जिन्दगी भी अजीब कशमकश है,
दूसरों जैसा बनने में खुद ही खुद को ढ़ोता रहा।-
तेरे रज की धूल में,
मेरे ब्रज की खुशबु आती हैं,
मेरे गुरुवर ने मिलाया मेरे गोविंद के श्री चरणों से,
मेरे गुरु+गोविंद में मेरे 《गुरुगोविंद》 नज़र आते हैं..
गुरु चरणों की सेविका♡वर्षा
@BAGESHWARKANHAGURUDEV4796
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મારી GOOD MORNING તો ખબર નય..,
પણ મારી GOOD NIGHT તો તારા msg થીં થાય છે.-
मरहबि मोहबत भी,
अब बेजान हो गई है,
वो ऐसे बदली है जैसे,
ठंड की शाम हो गई है,
मै हजारो दफा उससे,
रुकस्त की दुआए करता हू,
और वो छाई है मुझे इस क़दर,
जैसे आसमां हो गई है;-