तेरे जाने के बाद खुद को बड़ी मुश्किल से संभाला है
ना किसी से दिल लगाया है न किसी को अपना बनाया है
इश्क़ मोहब्बत प्यार सब एक छलावा है
ये सच तेरे जाने के बाद समझ आया है।-
कुछ सच्चाई :
One who doesn't understand , how much you care them.
Don't beg to prove your affection .
Let them go their way .
Focus on yourself. Time heals everything , time makes everything .
Be loyal & feel the Mortality .-
यूँ रूठ कर ना जाया करो
गुस्सा आये तो जताया करो
में बेसे ही बहुत बदनाम हूँ
कुछ उंगलियाँ तुम भी उठाया करो।
गेरों के तानो से अब दिल भर चुका है
जख्म जब हरे हो तो तुम नमक लगाया करो।-
जली को आग कहते हैं,
बुझी को राख कहते हैं,
कुछ तो है हमारे नाम में,
यूँ ही नहीं लोग हमें चौधरी साहब कहते हैं..-
लोकतंत्र जा रहा है
मेरा देश बदल् रहा है
सरकारें जमी हुईं हैं
इंसान दवा हुआ है
अभिव्यक्ति की आजादी को भी
हमसे छीना जा रहा है
सरकारों से सवाल पूछो तो
आतंकवादी कहलाओगे
मुह पर पट्टी बांध लो तो
देशभक्त बतलाए जाओगे
जो अगर हो तुम सिख तब
खालिस्तानी बन सकते हो
और हो मुसलमान तब
आतंकवादी कहलाये जाओगे
हिंदू बनकर भी इस भारत मे
जीवन का प्रमाण नहीं
देश की सरकारों पर
अब हमको अभिमान नहीं
लोकतंत्र जा रहा है
मेरा देश बदल रहा है।-
मेरे दिल से वो इस तरह न निकल पाएगा
बहुत भटकेगा मगर लौट आएगा
मोहब्बत के फसाने बहुत होंगे
बच बस वही पाएगा जो संभल जाएगा
साहिल पर बैठ दरिया को ताकते रह जाओगे
उस पार वही पाएगा जो डूब कर जाएगा
सफर में मुश्किलें तमाम आयेंगी
जो संभल गया, मंजिल वही पाएगा।
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बातें कम और झगड़े ज्यादा होने लगते हैं
रिश्ते जब पुराने होते है तो अक्सर टूटने लगते हैं।
बिन कहे सब समझने लगते हैं
लोग जब तन्हा होते है तो टूटने लगते हैं
एक आधी बात को खुद से पुरा करने लगते हैं
गलतफेहमियों के आंगन में एक नया बीज बोने लगते हैं
फिरसे मिल जाने की उम्मीद छोङकर
खुद ही नये फसाने बुनने लगते हैं
एक कदम खुद से न बढ़ाकर
किसी और के इंतज़ार में जीने लगते हैं।
संभल जाने लायक हालात पर भी
नासमझी की चादर ओढ़ने लगते हैं
रिश्ते जब पुराने होते है तो अक्सर टूटने लगते हैं।।
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में शब्द लिखता हूँ
वो नज़्म हो जाती है
मेरी अधूरी कविता को
वो बस छूकर पूरा कर जाती है
एक मासूम सी लड़की है
जो मुझे मुझसे ज्यादा जानती है।
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एहसासों को दिल में
जागा कर देखा है,
हमने भी किसी को
अपना बना कर देखा है...
निकलते हैं आंसु,
दर्द होता है, तकलीफ़ होती है,
घुटन मे रहते हैं,
मैंने भी किसी को
दिल में बसा कर देखा है..
जो लोग कहते थे मौसम बदलता है
हम नहीं नहीं बदलेंगे
जाइए जनाब उनका ये झूठ भी
हमने आज़मा कर देखा है..
वो जो कहते थे इशारे पर चले
आएंगे तुम्हारे पास, उनको हमने
बार बार पुकार कर देखा है...
आते नहीं लौट कर
कोई जिंदगी में
जाने के बाद, हमने भी किसी अपने
को खो कर देखा है..।
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