हारे दुश्मन को गले लगाना है रहमत हमारी,
पीठ पर छूरा घोंपना है फितरत तुम्हारी।।-
10 MAY AT 22:05
11 MAY AT 2:31
बेटा हमारा बिगड़ गया है,
पथ से पूरा भटक गया है..
माता की चिंता बढ़ गई,
बेटे की हरकतें अब तंग कर गईं..
माँ की पीठ पर ही चुरा चलाया,
अपना असली रंग दिखलाया..
सज़ा अब उसको मिलनी है,
दुश्मनों को करना छलनी है..
बहुत हो गई बात शांति की,
नहीं मानना अब बात गांधी की..
जिसको जो भाषा समझ में आए,
उसको उसी में समझाया जाए..
#ceasefireviolation
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