तुम रोना चाहोगे और रो ना पाओगे तुम हंसना चाहोगे और हंस ना पाओगे तुम जाना चाहोगे तो जा नही पाओगे रुकना चाहोगे तो रुक भी ना पाओगे तुम उसके हो जाओगे,तुम तुम ना रह पाओगे..
लोगों की सुनी मैं ने खुद पर ऐतबार ना किया.. मेरे अपने खड़े थे मेरे लिए मैं ने खुद ही का साथ ना दिया.. मेरा जुर्म बस इतना था, मैं ने दिल की नहीं सुनी मैं ने दिमाग से काम लिया..
मैं तुझ से बहुत दूर चली जाऊंगी.. कई साल गुज़र जायेंगे.. और शायद, मैं पलट कर तुझे देखूंगी भी नहीं.. पर, मेरे लिए प्रेम का बस एक ही मतलब होगा.. और,वो होगे "तुम", सिर्फ तुम..