ना बात हुई, ना मुलाकात हुई
ढल गया दिन,,बड़ी जल्दी ये रात हुई।
एक तो तुम साथ नहीं हो,,
और मेरे हाथों से वक्त फिसला जा रहा है,,,
यार 2-4 बातें ही कर लो इस साल में
देखो ये दिसंबर भी निकला जा रहा है।।
🙂🙂🙂-
इस खत्म होते साल के दरमियाँ ,
कुछ रिश्ते भी अब खत्म हो गये हैं ||
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S. G. K. S.-
धीरे धीरे सभी छोड़कर चले जाते हैं,,
ये नवंबर दिसंबर तो सिर्फ महीने हैं.।।-
😌खास वो पल कभी ना आए मेरी जिन्दगी में, जैसे आए थे 2021
में।😔
शब्दों में बया करूँ तो करूँ भी कैसे
मुझे वो दिन बड़े सताते हैं,🖋️
जो बीत चुके है वो लम्हें बड़े तडपाते
है।।💔
"खास अब वो पल ना आए वर्ष नव वर्ष......में, जैसे आए थे गत वर्ष......में"
अब आने वाला हर दिन बेहतर होगा,😊
मिलने वाला हर शख्स बड़ा प्यारा होगा।
🤝😘
फिर से लौट आएँगे वो दिन जो हमने संजोए है कल के लिए.......😘
कविता में पिरोए है जो मोती "~वीर~" ने आपके लिए.....🍀
आप इसे भूल ना जाना आने वाले वर्ष में......🙏🏻
🙏🏻कहीं गलती हुई हो जाने वाले वर्ष में,तो माफ़ कर दीजिएगा आपकी और से......🙏🏻
सुधारने कि कोशिश होगी आने वाले वर्ष मे,यही आशा हैं मेरी और से.......🤝
जाने वाले 2021 को अलविदा हम सबकी और से.......🙌
अब bye-bye भी कर लो मेरे यारों जा रहा हूँ तुम्हें छोड़ के,
अब कभी ना आऊँगा वापस से लौट के.....
😌goodbye 2021😌
💌by lokesh(veer)🖋️
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