तुम कितना जोर लगा लो हम कभी रुकेंगे नहीं
हम भूमिहार ब्राह्मण हैं परशुराम के वादी
किसी के आगे झुकेंगे नहीं
@parag singh-
कुदरत ने तुझे फुर्सत से बनाया है
तेरे बनाने से ज्यादा उसने मुझे तराशा है
तू किस बात पर इतना इतरा रही है
जिस बात पर तुम इतना इतरा रही हैं ना
उस काम में हमने बरसो पहले नाम कमाया है
@parag singh-
चलो प्यार का एक खेल खेलते है..❤️
तुम शाहजहां 😘और हम खुद को मुमताज😘 बनाते है।
बस जाएंगे एक दूसरे की रूह में ।।
इतिहास के लिए फिर एक नया ताजमहल बनाते है।।-
बाहर देखो तो मेला ही मेला है....
लेकिन हर इंसान अंदर से अकेला है।।-
कभी - कभी मुझे वो ....
ये कहकर भी मना लेते है.....
की काश मै तेरा झुमका होता.... तो
रोज तेरी गालों को चूमता।
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कोई पूछता मुझसे ...
"इश्क़ क्या है।"
मै मुस्कुरा के कहती..
"श्री कृष्ण"..।।-
जलने वाले तो ..
जलते रहगें।।
आप और माचिस ..
इकट्ठा कर लो।।
क्यूंकि हम तो सबकी
जलाते रहंगे।।-
न जाने कितने दुष्ट लगे है भूमिहारों को मिटाने में..
तभी तो हमारा समाज लगा है,
हर भूमिहार को जगाने में
🚩🏹जय परशुराम🏹🚩
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हर दान से बढ़कर दान बस माफी है।
खौफ बनाने के लिए भूमिहार नाम ही काफी है ।-