मुझे सब है मालूम तू मेरा नही हो सकता ...।
फिर भी हर दिन तेरे लिए प्यार बढ़ता ही जाता है...।
तू मेरा नही है यह भी है मालूम....
फिर भी तुझे अपना कहना अच्छा लगता है...।-
INSTA - bhumihar_writer
#àñïmâlóvér❣️❣️
Chai... read more
आसमा देखू तो मुझे बस वो चांद चाहिए।
बिना कहे बस तेरा ही प्यार चाहिए।
कहा मिलती है इतनी शानो शौकत
मुझे तो बस हर रोज तेरा दीदार चाहिए।
मैं हर दम पास हूं तेरे।
इसलिए तेरे आंखो में आसू नही चाहिए।
मैं कोई भी बात करू।
हर बात में बस तेरा ही ज़िक्र होना चाहिए।
तू हां कह या ना कह।
मुझे तो बस तेरा ही साथ चाहिए।-
हां एक ख्वाब देखा मैने,
बताऊं तुम्हे,
तुम मेरी नजरो के सामने थे,
मेरी हाथो में तुम्हारा हाथ था,
कहा न ये बस एक ख्वाब था।
हमदोनो साथ साथ चल रहे थे,
मिलो की दूरी तय कर रहे थे,
मेरे पास मेरा हमसफर था,
कहा न ये बस एक ख्वाब था।
मेरी गोद में सर रख के हम खूब बातें कर रहे थे,
मैं बोली जा रही थी और तुम सुन रहे थे,
मेरी नींद खुली और चांद के जगह सूरज की रोशनी थी,
मैं यही तो समझा रही थी ,
की ये बस एक ख्वाब था।-
वो कहता है, कि मुझे शायरी नहीं आती।
लेकिन मेरी हर शायरी मे बस उसी कि जिक्र होती है।-
वो पैसों की बात करते है।
हमने तो उन्हे जिस्म तक दे दी है।
इससे बड़ा सौदा और हम क्या करे।
जहां बात बात पर मुझे मेरी जगह दिखाई जाती है।-
सावन पर मुझे सच्चा मीत चाहिए..।
मुझे तुझसे से ही बस प्रीत चाहिए।।
काश हर मौसम सावन की तरह होती....
बारिश में भींगने के बहाने तुझे देखा करती..।।
भोले की हमेशा कृपा हो तुझ पर।।
तू बस मेरा है , और मेरा ही रहा कर...।।
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नासमझ है वो....
नही समझेगा...।।
हम कितनी भी कोशिश कर ले...
वो हमसे नाराज़ ही रहेगा....।।-
सुनो...!
कुछ कहना है तुमसे..।
आज मेरी बात ध्यान से सुन पाओगे क्या...।।
हर वक्त कामों में उलझे रहते हो..।
आज अपना थोड़ा सा वक्त मुझे दे पाओगे क्या..।।
बहुत बोर हो रही हुं..।
मुझे रेस्टुरेंट नहीं..
आज उस नुक्कड़ पर चाय पिलाओगे क्या..।।
हो जाती हूं बात बात पर गुस्सा..।
मुझे हर रोज तुम मनाया करोगे क्या..।।
मुझे कही और नहीं..
अपने दिल में जगह दे पाओगे क्या..
मेरा हाथ थामकर मुझे अपना बना पाओगे क्या..।।
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हम अगर बताएं ना..
तो कभी तुम ही हाल पूछ लिया करो...
हम अगर देर कर रहे...
तो कभी तुम ही बात कर लिया करो...।।-