AARYA.....
Hai vo ek nanhi si jaan...
Ab ban chuki Hai poore
Ghar ki pehchan.....
Yu to vo saitaan bahut
hai....
Par uski har saitaani se
hame pyaar bahut Hai ....
Ladti hai vo sabse....
Jhagadti bhi hai vo....
Par uski ladaiyo me
dulaar bahut hain.......
Meri aaru.....Meri cute
si bhatiji(niece)-
कहाँ रहते हो यार...
आजकल दिखाई नहीं दे रहे...
सुना हैं अपनी मर्जी से जिंदगी जी रहे हो...
कभी हमें भी याद कर लिया करो..!!-
🥳घर मे लक्ष्मी आई। बधाई हो बधाई
घर की लाडली बींदणी रेखा बनी माँ, शर्मा जी के लाडली बिटिया आई,
पापा पापा केसी ओर सयानो अभिषेक हुजाई।
मिलेंगे जब लाऊंगा चॉक्लेट, खिलाऊंगा मिठाई
बनगया ताऊ में, भुआ छोरिया थे भी कहलाई, घर मे परी आई।
अनु मोनू लड़सी म गोदी में रमाऊ मै परी न झुलाऊ
विष्णु फायदों उठाई ओर बी घर ले जाई
नानाजी नानीजी बनगया परदादा परदादीजी
मामाजी मामीजी बांकी पदवी पाइ,दादाजी दादीजी हुगया
भुवावा हुगी भुवादादीजी ,फूफाजी फुफादादाजी हुग्या
रिश्ता की आ डोर इयान ही लम्बी हूती जाई, अब पाछा सगळा लाड लडाई
बोली चॉकलेटा खाइ, प्रिंसु सीनू अप्पू
भतीजी थांकी सगळी रडक निकलवाई, बनगी थे भुवावा
ख़िलावणताई थान आपस मे लड़ाई, थे हुगी मोटी डंगरिया
छोटी नानकी पारीक परिवार म है आई।
रंजा निक्कू भी एक ओर पदवी पाई
नकचढ़ी ननद बाईसा, ठरका ली भुवाजी कहलाईं,
घर लक्ष्मी है आई
पावना न भी नई उपाधि मिलगी,
फु फ़ा फु फ़ा करने वालो में पावना की बारी आई
निशा मैडम को ची चा करवाने वाली,गुड़िया घर आंगन में आई
माड़साब बने चाचा चाची निशा कहलाईं।
ज्यादा लाडिजे सिधु चीनू खुशी, अब आँको लाडीजनो कम हुजाई,
लाडिज्बा ने घर मे लाड़की जो आई
सबको हुयो प्रमोशन, घर मे खुशी की लहर छाई बधाई हो बधाई
पारीक परिवार को बधाई।-
दरवाजे पर लिखा था, कोई मेरे पास मत आना...
आज मैं बहुत दुःखी हूं, सच्चा दोस्त भीतर आया...
और बोला...
मुझे पढना नहीं आता मेरे दोस्त..!!-
घर मेरे आज पैसों से भरी पेटी आ गई,
किस्मत वाला हूं जो मेरे घर बेटी आ गई।
अनूप अवस्थी-
कौन कहता हैं कि, हम झूठ नहीं बोलते..
तुम एक बार खैरियत तो पूछ, कर देखो..!!-
कुछ बयां कर देता हूँ, कुछ छूपा लेता हूँ..
मैं अपनी मुस्कान से ही खुद को मना लेता हूँ..!!-
मंजिल चाहे कितनी भी उंची क्यो ना हो
दोस्तो..!!
रास्ते हमेशा पेरो के नीचे होते हे..!!-