QUOTES ON #BHAKTI

#bhakti quotes

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3 OCT 2020 AT 9:04

Shiv

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28 APR 2020 AT 16:30

एक अपने हृदय की बात बताऊँ,

अबतक जितनी दुनिया देखी उसमें केवल और केवल मेरे परमप्रिय श्रीकृष्ण ही ऐसे हैं जो कभी कुछ चाहते नहीं अपितु प्रेम ही करते हैं, कभी कुछ माँगते भी नहीं अपितु सदा देते ही हैं, कभी मुझसे नाराज़ नहीं होते अपितु मुझे प्रसन्न ही करते हैं, कभी क्रोधित भी नहीं होते अपितु और प्यार करते हैं, कभी डाँटते नहीं अपितु मेरी सब सुनते ही हैं, कभी मारते नहीं अपितु पीड़ा ही हरते हैं, कभी कटु वचन नहीं कहते अपितु हमेशा मीठी बातों से समझा देते हैं, कभी अपमानित नहीं करते अपितु प्यार से भूल का अहसास कराते हैं, और हाँ, कभी मुझे वो नज़रअंदाज भी नहीं करते अपितु मेरा ही ध्यान कई बार भटक जाता है। यही अनुभव हैं मेरे, विश्वास कीजिए आपको भी यह अनुभव जरूर होगा एक बार लगन तो लगाइये उनसे। मेरे गिरधर साँवरिया को छोड़कर अन्यत्र जहाँ मर्जी आप भटकते रहिये, ऐसे अमृत की प्राप्ति कभी हो ही नहीं सकती। मैं तो कहूँगी मन के अश्वों को लगाम दीजिए और कृष्ण नाम रस का पान कीजिए।
||राधे राधे||

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2 JUL 2019 AT 22:07

महादेव तक का रास्ता मुझे स्वयं बनाना है
विरक्ति की राह पर चल मुझे उनको पाना है,
अहम् से दूर,संसार से अलग हो जाना है
शिव के सानिध्य हेतु,अंतर्मन को जगाना है।

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17 AUG 2021 AT 10:44

हर हर महादेव।।

तेरी मिट्टी
(Recreated
in caption)

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19 DEC 2020 AT 0:25

There are only two types
Of people in India

1. Desh bhakt
2. Andh bhakt

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5 AUG 2020 AT 18:37

तुम्हारे लिए तुम जैसे, मेरे लिए मुझ जैसे हैं,
कैसे बता दूँ तुम्हें कि, 'राम' असल में कैसे हैं...

जो जैसा उसके वैसे राम
ना छोटे ना ही बड़े है राम
जितने भक्त हैं उतनें राम
सभी के अपने अपने राम

गरीब के है राम, उनके भी, जिनके पास पैसे हैं,
कैसे बता दूँ तुम्हें कि, 'राम' असल में कैसे हैं...

दशरथ पुत्र दुलारे राम
सीता के पति प्यारे राम
मेरे इक मात्र सहारे राम
अयोध्या पुनः पधारे राम

बंधें है जिनसे हम वो राम, प्रेम पाश के रेशे हैं,
कैसे बता दूँ तुम्हें कि, 'राम' असल में कैसे हैं...

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28 JUN 2020 AT 10:23

सब कुछ
भाग्य द्वारा ही
निर्धारित है तो
प्रभु की भक्ति
केवल उनकी
कृपा से ही
प्राप्त
हो सकती है।

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31 AUG 2021 AT 21:24

कृष्ण की याद में मैं जागी-सोयी रहती हूं
उसकी एक झलक के खातिर भागी-भागी फिरती हूं
ना मुझको है अब सुध-बुध कोई
मैं हरी की और हरी है मेरा ये गायी गायी फिरती हूं।।

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4 MAR 2019 AT 8:39

🙏🙏शिव स्तुति 🙏🙏
by #shraman (aman srivastava)
अखण्ड है, प्रचण्ड है...असूरों का जो अंत हैं...।
कैलाश पे विराजते...जिनका नाम नीलकंठ हैं...।।

है काल वो महाकाल भी...महादेव जो अनंत हैं...।
क्रोध में तांडव करते... भांँग धतूरा, आनंद हैं...।।

त्रिलोचन है चंँद्रकांत जो...देते दुश्मनों को दंड हैं...।
मेरा शीश नमन है इनको..जिनको पूजते रामचंद्र है..
पूजते रामचंद्र है...।।

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जब मुझसे न संभले परिस्थितियां,
तो तुम संभाल लेना,
मेरे भोले !

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जब कोई आस न बचे,
तब मेरी भक्ति का फल देना,
मेरे भोले !

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मैं रख लूँगी व्रत 16 सोमवार का,
तुम मुझे वर ख़ुद जैसे ही देना !
मेरे भोले

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