पीता🍷तो था यारों अब मैंने पीना 🚭छोड़ दिया
मेरे लिए मेरी " मां " ही सबकुछ है 🤗
जा अब तेरी याद👸 में जीना छोड़ दिया 👋🖐️
-
दिल के जख्मों को मै किस किस को दिखाऊँ यारों।
मै रोऊँ गाऊँ या की मुस्कराऊँ यारों।।
जमाने का क्या है वो तो उठायेगा अँगुलियाँ।
इन यादों को अपने दिल से कैसे भुलाऊँ यारों।।
जिन्दगी ने हर कदम पर इम्तिहाँ भी खूब लिए।
कब तलक खुद को मै इस तरह आजमाऊँ यारों।।
सबके सब अजनबी हैं इस इश्क के शहर मे।
अब तू ही बता दे मै किधर जाऊँ यारों।।
दरमियाँ फर्क था इतना कि कुछ कह न सकूँ।
बोझ से रिश्ते कब तलक निभाऊँ यारों।।
घुट-घुट के मर रहा था हर रोज दोस्तों।
हर किसी को हर बात कैसे मै बताऊँ यारों•••-
तू पाएगा रे वही ,जो बीज बोएगा..☝🏻
रात है अभी काली ,सवेरा भी होएगा..🌅
रूठा है, अभी ,चलो कोई ना..😣
खुदा है रे सबका ,वो मेरा भी होएगा..🗿-
बहुत मर चुके...अब जीने का वक्त है
कि शाम आ गई...मेरे पीने का वक्त है-
तेरी आँखों की एक परत से जो गुज़रा,
तो फिर "सुरमा" बरेली का मशहूर हो गया..!-
परखना हो मेरी मोहब्बत को तो बता देना
हम अपना जनाजा भी तुम्हारी गली से नहीं गुजरने देंगे-
Aahista se kuredo,
Mere zakhm ki parton ko...
Kahin mera hi khoon ris kar,
Tumhe koi zakhm na de de...!
आहिस्ता से कुरेदो,
मेरे ज़ख्म की परतों को...
कहीं मेरा ही खून रिस कर,
तुम्हे कोई ज़ख्म न दे दे..!-
कुछ वक़्त बिता लिया करो बीते लम्हो के साथ!!
कुछ दर्द के मरहम दर्द मे ही होते है!!-
अगर यूहीं लिखता गया मैं..
तो ना जाने क्या क्या लिख जाऊँगा ।
ड़ैज़ एक ज़माना और जी गया मैं..
तो इन्क़्लाब लिख जाऊँगा ।।-
मलाल ये नहीं मुझको कि रोया हूं रात भर
दर्द उन आंसुओं का है जो आंखों में सूखे हैं-