Bajrangautam 13 MAR 2018 AT 0:13 🙈🙉🙊 - Tulika Prasad 22 MAY 2020 AT 8:12 ख़ुशियों में डूबा पैगाम मैं पढ़ रहा,दस्तक हुआ अम्फाज़ का जीवन पटल पर - Tulika Prasad 12 MAY 2020 AT 19:54 Don't believe in the quantity of a thing,but think what quality you receive. - Tulika Prasad 9 JUN 2020 AT 11:56 खामोशियों का शोर है,हर तरफ आपाधापी है,कोई किसी का नहीं है बंधु!बस कलम ही एक साथी है,लिखता हूँ बस यूँ ही भावाभियक्ति के लिए,मन को सुकून मिलता बस इन्हीं के छाँव तले। - Anokha Writer 🖤 18 JAN 2020 AT 1:15 मंजिल को कुछ ज्यादा ही गुमान है कि हम उसे कैसे ढूंढ पाएंगेउसको क्या पता हमारे हौसलों के बारे में कि हम अंगारो की राहों पर चल निकल जाएंगे। - Bajrangautam 10 OCT 2018 AT 11:27 - Bansari Rathod 8 APR 2022 AT 22:31 हम क्यों अपनी राह बदले ज़िंदगी,यूँ भी तो हो कभी तू ही बदल जाए।। - Bajrangautam 11 JUN 2020 AT 0:16 अभी भी ख़यालो के मोहल्ले से गुजरना है,बहुत परेशान है ये कलम बस इसे थोड़ा सा एहतियात बरतना है। - Tulika Prasad 1 JUN 2020 AT 14:36 मुश्किल है ,पर नामुमकिन नहीं,अगर बोलने के पहले तौल ले लफ्जों का वजन। - Bajrangautam 1 JUN 2020 AT 0:31 -