सांझ ढलते सूर्य सी कहीं अस्त हूँ मैं
चुप हूँ खुद को खोजने में व्यस्त हूँ मैं।-
18 DEC 2019 AT 12:24
25 AUG 2019 AT 10:43
सूरज को तो अस्त होना ही होता है
लेकिन उसका प्रकाश
कभी कम नहीं होता है
अरुण जेटली-
6 JUN 2020 AT 6:32
पर हमें लगता है कि, हमें उनसे इश्क़ से भी बड़ा वाला इश्क़ हो गया है ........✍️AST
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3 OCT 2020 AT 17:30
सुनो वे रंग ही रहने दो हमें
जिस दिन रंग में आ गये
अवकात दिखा देगे ।-
15 OCT 2021 AT 12:02
सुनो साहेब मैंने तुम्हें देखा नहीं महसूस किया था,
हाँ मैं तेरी आवाज से तुझे पहचान लू ऐसी इबादत है।।
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16 OCT 2020 AT 21:05
हमने तो हर कठिनाइयों को झेल रखा है।
जो किस्मत में नहीं था नहीं मिला पानी में खड़े क्या,हमने सागर को पार कर रखा है।।-