आंखों को है शिकायत कि बहुत दिनों से कोई अपना नहीं देखा।
बात सही भी है, मैंने एक अरसे से आइना नहीं देखा।-
29 NOV 2020 AT 19:24
8 JUL 2019 AT 15:58
कल की रात महसूस किया मैं....
तुम अपनी थी, जग अपना था...
इससे पहले और कुछ सोचूँ...
नींद खुली,और ये बस सपना था...-
9 MAY 2021 AT 8:14
आंसू बहाने से कहां कोई अपना होता है ...
जो अपना होता है
वो रोने ही कहां देता है...-
30 AUG 2020 AT 6:31
कल रात सपने में एक,
खौफ़नाक मंजर देख लिया।
किसी अपने के हाथों में,
मैंने खंजर देख लिया।।
डर के मारे नींद खुल गई,फिर दिल से आवाज आई!!
ये तो बस एक सपना है।
तेरा कहाँ कोई अपना है।।-
9 DEC 2017 AT 16:22
Dimaag ko nahi
dil ko apna ghar banaya hai
Jhuth - fareb ki duniya ko chhod
Koi apna phir laut aaya hai
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8 JUL 2020 AT 10:43
Samajdari nahi hai mujhe Mai
Ye bas mera bachpana hai
Jise Bhi dekha jahaan Mai
Laga vo mera apna hai.....-
5 JUN 2020 AT 12:10
तुम्हे अपना समझते है
तभी तो लड़ते है,
गैरो से जाकर पूछो
हम किसी के मुँह भी नही लगते है।-