मिलने,बिछड़ने की उल्फतों से परे होता है,
ये एकतरफा प्यार इसलिए ज्यादा ख़ास होता है!!-
दो-चार दिन वाला नही
पूरे सात जन्मों वाला प्यार चाहिए ।।
गुलाब लेकर i love u बोलने वाला नही
मंगलसूत्र पहनकर साथ निभाने वाला यार चाहिए ।।-
कुछ यूं भी हमने ;
जिंदगी का मिजाज़ बदला है।
भीड़ अपनों की भरी पड़ी है ;
और मिजाज़ गैरों को सुना रहे हैं।
Shikha bhardwaj ✨-
अपनी हार का जश्न मैं मनाता कहाँ
गर मैं यहाँ नहीं आता तो जाता कहाँ
इस मैखाने के कर्ज़ बड़े है मुझपर
मैं बोतल को मुह न लगाता ये मेहर चुकाता कहाँ
मैं ठहरा एक मामूली सा जुगनु
खुद को ना जलाता तो आज़माता कहाँ
इतना करीब आ कर बिछड़ा है वो मुझसे
यहाँ बेवफाई न जताता तो निभाता कहाँ
खुद को मनाने की कोशिश मे हू कब से
अब ना बहलाता तो जिस्म दफनाता कहाँ
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हमारी महफ़िल में थोड़ी-सी चिंगारी क्या लगी।।
गैरों से पहले , अपनों ने ही हवा दे दि।।
Shikha bhardwaj
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अभी तक मेरे होंठों पर तेरे नाम कि हैं
" 𝙈𝙪𝙨𝙠𝙖𝙣 "
तुझे भूलना भी चाहूँ....
तो मुस्कुराहत एतराज करती है..😟
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भगवान से कभी कुछ ना मांगने वाला मैं
आजकल दुआओं मै तुझे मांगने लगा हूं,
हकीकत की दुनिया मै जीने वाला मैं
ख्वावों की दुनिया मै तेरे संग जीने लगा हूं ।।-